प्रधान जी का संदेश

अपनों से अपनी बातें

17 जून 2022 को कला और सांस्कृतिक धरोहर मंत्रालय की स्थायी सचिव वर्तमान में (वरिष्ठ प्रधान अधियासी)

डॉ. श्रीमती एन.लखीनारायण के हस्ताक्षरयुक्त पत्र प्राप्त हुआ, जिसके प्रथम दो अनुच्छेद मैं लिखा था :

मैं प्रसन्नतापूर्वक सूचित कर रही हूँ कि माननीय मंत्री ने हिंदी स्पीकिंग यूनियन 2015 के अधिनियम धारा 6 (3) (बी) के अनुसार आपको तीन वर्षों की अवधि के लिए इस पत्र में अंकित आज की तिथि से हिंदी स्पीकिंग यूनियन की कार्यकारिणी परिषद् के प्रधान-पद पर नियुक्त किया है। 

आपकी सूचना के लिए हिंदी स्पीकिंग यूनियन के 2015 के अधिनियम के साथ ही कार्यकारिणी परिषद् की गठन की एक प्रति संलग्न है। 

अधिनियम में उल्लिखित ग्यारह उद्देश्यों एवं कार्यों के पढ़ने पर मुझे लगा कि जीवन भर, हिंदी के उत्कट प्रचारक होने के कारण इन उद्देश्यों और कार्यों की पूर्ति करने में मैं समर्थ हूँ। 

मैंने प्राथमिक पाठशालाओं में अपना शिक्षण-कार्य प्रारम्भ किया था । तेरह वर्षों के शिक्षण-काल में मैंने पाँच वर्ष सरकारी विद्यालयों और आठ वर्ष रोमन कैथलिक स्कूलों (आर.सी.ए.) में व्यतीत किये थे। 

इसके पश्चात् मैंने उच्च शिक्षा हेतु भारत की यात्रा की । स्नातक बनकर लौटा और महात्मा गाँधी संस्थान में कार्य-रत हुआ। मैं शिक्षाधिकारी और बाद में व्याख्याता बना । वरिष्ठ व्याख्याता-पद से सेवानिवृत्त हुआ। 

मैं प्राथमिक,माध्यमिक और विश्वविद्यालीय सभी स्तरों के छात्र-छात्राओं को पढ़ाने में समर्पित रहा। शिक्षण-कार्य के अतिरिक्त सन् 1996 से अब तक वक्तव्यों के साथ-साथ अपनी अनेक रचनाओं के प्रकाशन कार्य के माध्यम से भी हिंदी का प्रचार-प्रसार करता रहा हूँ। 

अत: मैं कला और सांस्कृतिक धरोहर मंत्री महोदय को आश्वासन देता हूँ कि हिंदी स्पीकिंग यूनियन के अधिनियम में उल्लिखित उद्देश्यों और कार्यों की पूर्ति में यथाशक्ति कार्य-रत रहूँगा । 

मुझे विदित है कि वर्तमान में उठती हुई पीढ़ी को हिंदी का ज्ञान देना नितान्त आवश्यक है। यह कार्य कठिन प्रतीत हो सकता है, परन्तु लगन और सद्भाव से माता-पिता की मानसिकता में परिवर्तन लाने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा । माता-पिता और बालकों को इस तथ्य से अवगत कराना है कि हिंदी संस्कृति की दृष्टि से समृद्ध और सुन्दर भाषा है । 

मुझे विश्वास है कि हिन्दू समुदाय और अन्य जन हिंदी को अधिक से अधिक पसन्द करेंगे । मैं सभी हिंदी प्रेमियों से अपील करता हूँ कि वे हिंदी स्पीकिंग यूनियन के महान् कार्य में हाथ बँटायें । 

परमेश्वर से मेरी विनम्र प्रार्थना है कि मुझे ज्ञान की ज्योति से ज्योतित करें, ताकि मैं पूरी शक्ति से यह उत्तरदायित्व निभा सकूँ । 

डॉ. उदय नारायण गंगू

प्रधान

हिंदी स्पीकिंग यूनियन

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